वो कँहा गई
हॉस्पिटल के सामने एक सफेद कार आकर खडी हूई, उसमें से जॉन उतर गया. आज वह उसके हमेशा के पुलीस युनीफार्म में नही था. और उसका मुड भी हमेशा का नही लग रहा था. उसके हाथ में सफेद फुलों का एक गुलदस्ता था. सिधे लिफ्टके पास जाकर उसने लिफ्ट का बटन दबाया. लिफ्ट में प्रवेश कर उसने फ्लोअर नं. 12 का बटन दबाया. लिफ्ट बंद होकर उपर की तरफ दौडने लगी. लिफ्ट के रफ्तार के साथ उसके दिमाग में चल रहे विचारों ने भी रफ्तार पकड ली….
दिवार पर खुन से गोल क्यों निकाला गया होगा?….
फोरेन्सीक जांच में खुन सानी का ही पाया गया था…..
जरुर जिसने भी वह गोल निकाला वह कुछ कहने का प्रयास कर रहा होगा…
खुन किसने किया इसका अंदाजा शायद अँजेनी को होगा…
लिफ्ट रुक गई और लिफ्ट की बेल बजी. बेल ने जॉन के विचारों के श्रुंखला को तोडा. सामने इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले में 12 यह नंबर आया था. लिफ्ट का दरवाजा खुला और जॉन लिफ्ट से बाहर निकल गया. अपने लंबे- लंबे कदम से चलते हूए जॉन सिधा ‘बी’ वार्ड में घुस गया.
जॉन ने एक बार अपने हाथ में पकडे फुलों के गुलदस्ते की तरफ देखा और उसने ‘बी2’ रूम का दरवाजा धीरे से खटखटाया. थोडी देर तक राह देखी, लेकिन अंदर कोई भी आहट नही थी. उसने दरवाजा फिर से खटखटाया – इस बार जोर से. लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नही थी. यह देखकर उसने अपनी उलझन भरी नजर इधर उधर दौडाई. उसे अब चिंता होने लगी थी. वह दरवाजा जोर जोर से ठोकने लगा.
क्या हूवा होगा?…
यही तो थी अँजेनी …
आज उसे डिस्चार्ज तो नही करने वाले थे…
फिर .. वह कहाँ गई?
कुछ अनहोनी तो नही हूई होगी?…
उसका दिल धडकने लगा. उसने फिर से आजूबाजू देखा. वार्ड के एक सिरे को एक काऊंटर था. काऊंटर पर जानकारी मील सकती है… ऐसा सोचकर वह तेजी से काऊंटर की तरफ जाने लगा.
“एक्सक्यूज मी” उसने काऊंटर पर नर्स का ध्यान अपनी तरफ आकर्षीत करने का प्रयास किया.
नर्स के लिए यह रोज का ही होगा, क्योंकी जॉन की तरफ ध्यान न देते हूए वह अपने काम में व्यस्त रही.
” ‘बी2’ को एक पेशंट थी… अँजेनी कार्टर … कहा गई वह? … उसे डिस्चार्ज तो नही दिया गया? … लेकिन उसका डिस्चार्ज तो आज नही था … फिर वह कहाँ गई? … वहाँ तो कोई नही…” जॉन सवालों पे सवाल पुछे जा रहा था.
” एक मिनट … एक मिनट … कौन सी रूम कहां आपने?'” नर्स ने उसे रोकते हुए कहा.
“बी2” जॉनने एक गहरी सास लेकर कहां.
नर्सने एक फाईल निकाली. फाईल खोलकर ‘बी2′ … बी2’ ऐसा बोलते हूए उसने फाईल के इंडेक्स के उपर अपनी लचीली उंगली फेरी. फिर इंडेक्स में लिखा हूवा पेज नंबर निकालने के लिए उसने फाईल के कुछ पन्ने अपने एक खास अंदाज में पलटे.
“‘बी2’ … मिसेस अँजेनी कार्टर…” नर्स तसल्ली करने के लिए बोली.
” हां …अँजेनी कार्टर” जॉन ने कंन्फर्म किया.
जॉन उत्सुकता से उसकी तरफ देखने लगा. लेकिन वह एकदम शांत थी. जैसे वह जॉन के सब्र का इंतहान ले रही हो. जॉन को उसका गुस्सा भी आ रहा था.
” सॉरी … मिस्टर ..?” नर्स ने जॉन का नाम जानने के लिए उपर देखा.
जॉन का दिल और जोर जोर से धडकने लगा.
“जॉन” जॉन ने खुद को संभालते हूए अपना नाम बताया.
” सॉरी … मिस्टर जॉन … सॉरी फॉर इनकन्व्हीनियंस … उसे दुसरी रूम में … बी23 में शीफ्ट किया गया है….” नर्स बोल रही थी.
जॉन के जान मे जान आई थी.
“ऍक्यूअली … बी2 बहुत कंजेस्टेड हो रहा था … इसलिए उनके ही कहने पर….” नर्स अपनी सफाई दे रही थी.
लेकिन जॉन को कहा उसका सुनने की फुरसत थी? नर्स अपना बोलना पुरा करने के पहले ही जॉन वहां से तेजी से निकल गया … बी23 की तरफ.
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